प्रयागराज में विकास की गंगा! पीएम मोदी देंगे 7,000 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात और करेंगे महाकुंभ 2025 की शुरुआत। जानें इस ऐतिहासिक दिन की हर खासियत।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे गंगा पूजन और 600 से अधिक परियोजनाओं का लोकार्पण, प्रयागराज के विकास को मिलेगी नई उड़ान
महाकुंभ 2025 की शुरुआत: प्रयागराज में पीएम मोदी की बड़ी सौगात
13 दिसंबर 2024 का दिन प्रयागराज के इतिहास में विशेष महत्व रखेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संगम नगरी में सात हजार करोड़ रुपये की 600 से अधिक परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर पीएम मोदी विधिवत गंगा पूजन के साथ महाकुंभ 2025 की औपचारिक शुरुआत करेंगे।
प्रयागराज का व्यापक विकास: 7,000 करोड़ की परियोजनाएं
प्रधानमंत्री द्वारा जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया जाएगा, उनमें बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर का पहला चरण, भरद्वाज कॉरिडोर और श्रृंगवेरपुर कॉरिडोर शामिल हैं। इसके अलावा 12 रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) और रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) का उद्घाटन भी कार्यक्रम का हिस्सा है।
परियोजनाओं की मुख्य झलकियां
- हनुमान मंदिर कॉरिडोर: संगम तट के बड़े हनुमान मंदिर को भक्तों के लिए और अधिक सुविधाजनक और आकर्षक बनाया जाएगा।
- भरद्वाज और श्रृंगवेरपुर कॉरिडोर: इन धार्मिक स्थलों के विकास से तीर्थयात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
- सड़क और चौराहों का सौंदर्यीकरण: 26 प्रमुख चौराहों को नई रोशनी और डिजाइन से सजाया गया है।
- रेलवे परियोजनाएं: प्रयागराज जंक्शन-झूंसी मार्ग रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण और गंगा पर नए रेलवे पुल का उद्घाटन।
- फ्लाईओवर: शहर में यातायात को सुगम बनाने के लिए एक नए फ्लाईओवर का लोकार्पण।
महाकुंभ की विधिवत शुरुआत
प्रधानमंत्री संगम तट पर गंगा पूजन कर महाकुंभ 2025 की शुरुआत करेंगे। यह पूजन भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को उजागर करने वाला एक महत्वपूर्ण क्षण होगा।
कार्यक्रम की अवधि और संभावित योजनाएं
प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम के लिए लगभग साढ़े तीन घंटे प्रयागराज में रहेंगे। यह आयोजन संगम तट पर आयोजित किया जाएगा, जहां प्रधानमंत्री इन परियोजनाओं का बटन दबाकर शुभारंभ करेंगे।
हालांकि, कुछ परियोजनाओं के लोकार्पण को लेकर संशय बना हुआ है, जैसे:
- सूबेदारगंज आरओबी और आईईआरटी आरओबी: इन परियोजनाओं का काम लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन फिनिशिंग वर्क अभी बाकी है।
- पीएमओ से अनुमोदन: अंतिम सूची में शामिल करने के लिए पीएमओ से स्वीकृति का इंतजार किया जा रहा है।
प्रयागराज के विकास में नया अध्याय
इन परियोजनाओं के पूरा होने से प्रयागराज को नई दिशा और दशा मिलेगी। शहर में न केवल यातायात सुविधा बढ़ेगी, बल्कि तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए भी बेहतर अनुभव सुनिश्चित होगा।
महाकुंभ 2025: दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन
महाकुंभ भारत का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसे दुनिया भर में पहचाना जाता है। 2025 का महाकुंभ इस बार और भी भव्य और दिव्य बनाने की तैयारी हो रही है।
- पर्यटक संख्या: करोड़ों तीर्थयात्री इस महाकुंभ में शामिल होने की उम्मीद है।
- सुविधाएं: जल, सड़क, और आवासीय सुविधाओं को अपग्रेड किया जा रहा है।
- सुरक्षा: हाई-टेक निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
डबल इंजन सरकार का प्रयास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की डबल इंजन सरकार उत्तर प्रदेश के विकास के लिए मिलकर काम कर रही है। प्रयागराज में इन परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट होती है – तीर्थाटन, सांस्कृतिक धरोहर और आधारभूत ढांचे का समग्र विकास।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रियाएं
शहर के निवासी और व्यापारी इस बड़े आयोजन और नई परियोजनाओं को लेकर उत्साहित हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि इससे प्रयागराज को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर नई पहचान मिलेगी।
भविष्य की योजनाएं
महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार और भी कई परियोजनाओं की योजना बना रही है:
- नए यात्री शेल्टर: तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक आवास।
- स्मार्ट सिटी परियोजनाएं: प्रयागराज को तकनीकी और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से स्मार्ट बनाने की योजना।
- पर्यावरण संरक्षण: गंगा और यमुना नदी के किनारे स्वच्छता और हरियाली बढ़ाने के विशेष प्रयास।