कैबिनेट बैठक से महाकुंभ 2025 को मिलेगा नया आयाम, 15 करोड़ का बजट हुआ मंजूर | kumbh mela snan 2025
प्रयागराज: महाकुंभ 2025 की भव्य तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट प्रयागराज में विशेष बैठक करेगी। इस ऐतिहासिक आयोजन में मुख्यमंत्री समेत सभी प्रमुख मंत्री गंगा स्नान करेंगे और महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई शीर्ष समिति की ऑनलाइन बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली है।
यह बैठक 21 जनवरी 2025 को आयोजित हो सकती है, जिसके लिए लगभग 15 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। बैठक का उद्देश्य महाकुंभ से जुड़े विभिन्न विभागीय कार्यों का अवलोकन और उनकी प्रगति की समीक्षा करना है।
महाकुंभ की तैयारियों में होंगे बड़े फैसले
महाकुंभ 2025 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नौ विभागों की 17 प्रमुख परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है। इन परियोजनाओं के लिए 61 करोड़ 24 लाख 35 हजार रुपये का बजट तय किया गया है।
- पुलिस विभाग: साइबर क्राइम और डिजिटल सुरक्षा के लिए 12 करोड़ रुपये।
- प्रयागराज मेला प्राधिकरण: कुंभ ग्लोबल समिट पर 6.90 करोड़, कैबिनेट बैठक और अन्य आयोजनों के लिए 15 करोड़।
- न्याय विभाग: संविधान पर प्रदर्शनी के लिए 3.49 करोड़।
- वन विभाग: महामना मालवीय पार्क में मूर्ति स्थापना और अन्य विकास कार्यों के लिए 2.01 करोड़।
- लोक निर्माण विभाग: हेलीपैड निर्माण और सड़कों के चौड़ीकरण पर 1.31 करोड़।
महाकुंभ 2025 के प्रमुख आकर्षण
- संविधान प्रदर्शनी: न्याय विभाग द्वारा महाकुंभ में संविधान गैलरी लगाई जाएगी। इसमें भारतीय संविधान के निर्माण और इसके रचनाकारों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
- महामना मालवीय पार्क: वन विभाग द्वारा महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की मूर्ति की स्थापना और पार्क का सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
- डाक टिकट: भारतीय डाक विभाग महाकुंभ 2025 पर विशेष स्मारक डाक टिकट जारी करेगा।
कैबिनेट बैठक का ऐतिहासिक महत्व
महाकुंभ 2019 के दौरान भी योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रयागराज में कैबिनेट बैठक आयोजित की थी। उस बैठक में गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना को मंजूरी दी गई थी, जिससे क्षेत्र का अभूतपूर्व विकास हुआ। इस बार की बैठक से महाकुंभ 2025 को और अधिक भव्य और व्यवस्थित बनाने की उम्मीद की जा रही है।
गंगा स्नान के साथ आध्यात्मिक संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्री गंगा स्नान कर इस आयोजन को सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष बनाएंगे। गंगा स्नान के साथ, यह बैठक उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने का एक प्रयास है।
महाकुंभ 2025: वैश्विक मंच पर भारतीय संस्कृति का प्रदर्शन
महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है; यह भारतीय संस्कृति, परंपरा और एकता का प्रतीक है। प्रयागराज में आयोजित होने वाले इस आयोजन में दुनियाभर से करोड़ों श्रद्धालु और पर्यटक हिस्सा लेंगे। इस बार महाकुंभ को “वैश्विक समिट ऑन सस्टेनेबल एंड डवलपमेंट” के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दी जाएगी।
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महाकुंभ 2025 के लिए विभागीय परियोजनाएं
- प्रयागराज मेला प्राधिकरण:
- राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के आगमन की व्यवस्था।
- विश्वस्तरीय संस्थानों के साथ महाकुंभ विश्लेषण।
- लोक निर्माण विभाग:
- सादियाबाद रोड से शिव चौराहा तक सड़क चौड़ीकरण।
- नए हेलीपैड का निर्माण।
- उद्यान विभाग:
- मेला क्षेत्र में शोभाकार पौधों और फूलों की सजावट।
- राजकीय पार्कों का सौंदर्यीकरण।
- डाक विभाग:
- स्मारक डाक टिकट का निर्माण।
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महाकुंभ 2025: सरकार की प्राथमिकताएं
उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार का उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना है।