27 सीटों पर हुए उपचुनाव में निर्दलीयों ने 13 सीटें जीतीं, सपा महज 3 सीटों पर सिमटी, बीजेपी ने 11 सीटों पर किया कब्जा। निर्दलीयों का जलवा, बीजेपी की मजबूती, सपा की चुनौती! यूपी निकाय चुनाव के नतीजों ने बदले समीकरण। पूरी खबर पढ़ें।
UP News: उत्तर प्रदेश के निकाय उपचुनाव 2024 के नतीजों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। नगर निगम, नगर पालिका परिषद, और नगर पंचायत की 27 खाली सीटों पर हुए इस चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) को बड़ा झटका लगा है। निर्दलीय प्रत्याशियों ने सबसे ज्यादा 13 सीटों पर कब्जा जमाया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 11 सीटों पर जीत दर्ज कर अपनी पकड़ बनाए रखी। वहीं, सपा महज 3 सीटें जीतकर तीसरे स्थान पर रही।
सपा के लिए बड़ा झटका
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए यह चुनाव एक कड़ा संदेश लेकर आया है। पार्टी ने सभी 27 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन नतीजे निराशाजनक रहे। मिशन-27 के तहत अखिलेश यादव प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन यह उपचुनाव उनकी रणनीति पर सवाल खड़ा कर रहा है।
निर्दलीयों का दबदबा
निकाय चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरे। नगर पालिका परिषद की 13 सीटों में से 7 सीटों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की। हरदोई की बिलग्राम और शाहबाद, बरेली की नवाबगंज, और शाहजहांपुर की जलालाबाद सीट पर निर्दलीयों ने बाजी मारी।
बीजेपी की साख बरकरार
भारतीय जनता पार्टी ने 11 सीटों पर जीत दर्ज कर अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखी। नगर निगम की सीटों पर बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा। गाजियाबाद और शाहजहांपुर की सीटों पर पार्टी ने जीत दर्ज की।
नगर पंचायत स्तर पर बीजेपी ने कौशांबी, चंदौली, और हाथरस जैसे जिलों में अपनी साख बरकरार रखी।
नगर पालिका परिषद में किसका रहा दबदबा?
निकाय चुनाव के इस चरण में नगर पालिका परिषद की 13 सीटों पर उपचुनाव हुआ। इनमें से:
- हरदोई की बिलग्राम और शाहबाद सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी विजयी रहे।
- अमरोहा की अमरोहा नगर पालिका सीट सपा के खाते में गई।
- गोंडा की करनैलगंज और प्रतापगढ़ की बेल्हा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की।
- बरेली की नवाबगंज सीट निर्दलीयों ने कब्जाई।
- बांदा की अतर्रा सीट सपा के खाते में गई।
- शाहजहांपुर की जलालाबाद और लखीमपुर खीरी की पलिया कलां सीटों पर बीजेपी विजयी रही।
नगर पंचायत और नगर निगम में भी निर्दलीय हावी
नगर पंचायत चुनाव में कौशांबी, बरेली, और लखनऊ जैसे जिलों में निर्दलीयों ने मुख्यधारा की पार्टियों को कड़ी टक्कर दी। कौशांबी की सराय आकिल सीट पर एक निर्दलीय महिला प्रत्याशी ने जीत दर्ज की, जबकि बरेली की रिछा और रिठौरा सीटें भी निर्दलीयों के खाते में गईं। नगर निगम की सीटों में मेरठ और गाजियाबाद में निर्दलीयों का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा।
सपा का कमजोर प्रदर्शन
निकाय चुनाव के इन नतीजों ने सपा के संगठन और रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी सिर्फ 3 सीटें जीत पाई, जिसमें अमरोहा की नगर पालिका सीट और बांदा की अतर्रा सीट शामिल हैं। सपा की यह हार दिखाती है कि पार्टी को जमीनी स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने की जरूरत है।
राजनीतिक संकेत
निकाय चुनाव के नतीजे 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियों के लिए एक बड़ा संकेत हैं। निर्दलीयों का प्रदर्शन यह दिखाता है कि जनता पारंपरिक राजनीतिक दलों से अलग विकल्पों को भी तरजीह देने लगी है।