मेरठ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार को मेरठ पहुंचे। वह पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर की बेटी की शादी में शिरकत करने के लिए दिल्ली-देहरादून हाईवे स्थित एक होटल पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया और शुभकामनाएं दीं। शादी समारोह में सपा के राष्ट्रीय महामंत्री रामगोपाल यादव भी मौजूद थे।
भाजपा पर अखिलेश का हमला
शादी समारोह में शामिल होने के बाद अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने संसद में हुए विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भाजपा झूठी कहानियां गढ़ने में माहिर है। उन्होंने कहा, “संसद में सांसदों के घायल होने की कहानी भी झूठी है। यह सबकुछ डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान छिपाने के लिए किया गया है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा, “वो गिरे, घायल हुए, ICU में भर्ती हुए और बाहर आ गए। मोदी जी से बात भी की। यह भी सवाल होना चाहिए कि आखिर फर्रुखाबाद के सांसद ही क्यों घायल हुए। उनकी जीत के पीछे भी पूरी कहानी है।”
संसद में आर-पार की लड़ाई का दावा
अखिलेश यादव ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि संसद में अब आर-पार की लड़ाई होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की पोल जनता के सामने खुल चुकी है और देश के संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए समाजवादी पार्टी हमेशा लड़ाई लड़ती रहेगी।
पार्टी नेताओं से की मुलाकात
मेरठ दौरे के दौरान अखिलेश यादव ने पार्टी के कई अन्य नेताओं से भी मुलाकात की। वह शादी समारोह के बाद मेरठ में सपा के प्रमुख कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के घर गए और संगठन की मजबूती पर चर्चा की। रामगोपाल यादव ने भी इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और उन्हें आगामी चुनावों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया।
शादी में दिखा सपा का कुनबा
शाहिद मंजूर की बेटी की शादी में सपा का पूरा कुनबा मौजूद रहा। शादी समारोह में सपा के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शरीक हुए। इस दौरान सपा के समर्थकों ने अखिलेश यादव का गर्मजोशी से स्वागत किया।
संसद विवाद पर जनता को किया जागरूक
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की राजनीति झूठ और छल की बुनियाद पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुष का अपमान छुपाने के लिए भाजपा ने संसद में सांसदों के घायल होने की कहानी बनाई। उन्होंने दावा किया कि जनता अब भाजपा के झूठ को समझ चुकी है और अगले चुनाव में इसका जवाब देगी।
निष्कर्ष: मेरठ दौरे के दौरान अखिलेश यादव का यह बयान भाजपा पर तीखा हमला था। उन्होंने जहां नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया, वहीं भाजपा की राजनीति पर भी सवाल उठाए। अब देखना यह है कि संसद में अखिलेश यादव और उनकी पार्टी भाजपा को कैसे चुनौती देती है।