देशभर में भगवान दत्तात्रेय जयंती की धूम, जानें इस पर्व का महत्व
Dattatreya Jayanti | सृष्टि के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु जी के अवतार भगवान श्री दत्तात्रेय जी की जयंती पर समस्त देश और प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। भगवान दत्तात्रेय को त्रिमूर्ति (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) का स्वरूप माना जाता है।
इस दिन भक्तजन भगवान श्री दत्तात्रेय की पूजा-अर्चना कर उनसे सुख-समृद्धि और शांति की कामना करते हैं। दत्तात्रेय जयंती मार्गशीर्ष पूर्णिमा को मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान दत्तात्रेय ने अपने जीवन से मानव जाति को त्याग, भक्ति और ज्ञान का मार्ग दिखाया।
भगवान दत्तात्रेय की पूजा का महत्व
भगवान दत्तात्रेय का जीवन तप और साधना से भरा हुआ है। वे योग, ज्ञान और आध्यात्मिकता के प्रतीक माने जाते हैं। इस दिन मंदिरों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। भक्त भजन-कीर्तन के माध्यम से भगवान की महिमा गाते हैं।
भगवान दत्तात्रेय की आराधना से मानसिक शांति, समृद्धि और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
कैसे मनाई जाती है यह जयंती?
इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं, पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और भगवान दत्तात्रेय की मूर्तियों की पूजा करते हैं। विशेष हवन और भंडारे का भी आयोजन किया जाता है।