मीरापुर उपचुनाव में महिला प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला, रालोद और सपा के उम्मीदवारों ने किया नामांकन
मुजफ्फरनगर | मीरापुर विधानसभा उपचुनाव 2024 की सियासत गरमाती जा रही है। जहां रालोद (राष्ट्रीय लोकदल) ने अपने उम्मीदवार के रूप में पूर्व विधायक मिथलेश पाल को मैदान में उतारा है, वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) ने सुम्बुल राणा पर भरोसा जताया है। दोनों महिला प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है, जिससे यह उपचुनाव और भी दिलचस्प हो गया है। दोनों दलों के इस फैसले से क्षेत्र में महिला शक्ति की सशक्त उपस्थिति नजर आ रही है।
रालोद की महिला उम्मीदवार मिथलेश पाल
रालोद ने मीरापुर उपचुनाव के लिए पूर्व विधायक मिथलेश पाल के नाम पर मुहर लगा दी है। मिथलेश पाल ने 1995 में जिला पंचायत चुनाव से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी और 2009 के उपचुनाव में मोरना (मीरापुर) से विधायक निर्वाचित हुई थीं। वह अति पिछड़ा वर्ग से आती हैं और मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ है। हालाँकि, 2009 के बाद उन्हें किसी चुनाव में सफलता नहीं मिली, लेकिन रालोद ने उन्हें इस बार फिर से टिकट देकर मैदान में उतारा है। रालोद का यह फैसला अति पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को साधने के उद्देश्य से लिया गया है।
सपा ने सुम्बुल राणा पर जताया भरोसा
समाजवादी पार्टी ने मीरापुर उपचुनाव के लिए मुस्लिम महिला प्रत्याशी सुम्बुल राणा पर दांव खेला है। सुम्बुल राणा, सपा नेता कादिर राणा की पुत्रवधू और बसपा नेता मुनकाद अली की बेटी हैं। उन्होंने सपा के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इससे पहले, सपा में टिकट के लिए कई दावेदार थे, लेकिन अंत में सुम्बुल राणा को चुना गया। सपा का यह कदम क्षेत्र में मुस्लिम और महिला वोटरों को आकर्षित करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
बसपा से शाह नजर मैदान में
इसके अलावा, बसपा (बहुजन समाज पार्टी) से शाह नजर ने भी मीरापुर उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। शाह नजर के साथ लोकसभा चुनाव लड़ चुके दारा सिंह प्रजापति भी मौजूद रहे।
महिला प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला
इस उपचुनाव में सबसे दिलचस्प बात यह है कि प्रमुख दलों ने महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। रालोद की मिथलेश पाल और सपा की सुम्बुल राणा के बीच सीधा मुकाबला होगा। दोनों ही महिला उम्मीदवार अपने-अपने दलों के समर्थन से चुनावी मैदान में हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि किसे क्षेत्र के मतदाताओं का समर्थन मिलता है।