नई दिल्ली। 19 दिसंबर, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के तीन महानायक राम प्रसाद बिस्मिल, अशफ़ाक़ उल्ला खां, और ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान को स्मरण करने का दिन है। इन वीरों ने काकोरी ट्रेन एक्शन के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम को एक नई दिशा दी और अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी।
काकोरी ट्रेन एक्शन:
9 अगस्त 1925 को, इन वीरों ने ब्रिटिश सरकार का धन लूटने के लिए काकोरी में ट्रेन को निशाना बनाया। इस साहसिक कृत्य ने ब्रिटिश शासन को हिला दिया, लेकिन इसका परिणाम इनकी गिरफ्तारी और फांसी के रूप में सामने आया। 19 दिसंबर 1927 को, इन तीनों को देशभक्ति के जज़्बे के लिए फांसी पर लटका दिया गया।
देश के प्रति योगदान:
राम प्रसाद बिस्मिल की कविताएं और लेखन स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों में जोश भरते थे। अशफ़ाक़ उल्ला खां ने हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बनकर समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। ठाकुर रोशन सिंह का अदम्य साहस और त्याग हमेशा याद किए जाएंगे।
श्रद्धांजलि का संदेश:
इन महान वीरों के बलिदान से हमें प्रेरणा मिलती है कि देश की स्वतंत्रता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व अर्पित करने में भी गौरव है। आज भी उनका त्याग करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।