मुख्यमंत्री बनने के कुछ दिनों बाद ही गृह मंत्रालय के निर्देश पर आतिशी को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई, सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी और एक पायलट वाहन शामिल हैं। – Atishi gets ‘Z’ security
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी को मुख्यमंत्री बनने के कुछ दिनों बाद ही ‘जेड’ श्रेणी (‘Z’ security) की सुरक्षा प्रदान की गई है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने उनकी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं, जिसमें एक पायलट वाहन और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी शामिल है। बुधवार को आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आतिशी की सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे, जो शिफ्ट में काम करेंगे और इनमें निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ), एस्कॉर्ट और सशस्त्र सुरक्षाकर्मी शामिल होंगे।
गृह मंत्रालय ने यह फैसला आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके खतरे के आकलन के आधार पर लिया है। सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी सुरक्षा की समीक्षा की और पाया कि उनकी सुरक्षा को और मजबूत करने की जरूरत है। अगर भविष्य में किसी तरह का खतरा बढ़ता है तो केंद्रीय एजेंसियां इस सुरक्षा कवर की और समीक्षा कर सकती हैं।
दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के साथ एक खास तरह की जिम्मेदारी और खतरा भी जुड़ा होता है, इसलिए प्रोटोकॉल के तहत मुख्यमंत्री को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाती है। अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में भी यही सुरक्षा व्यवस्था थी। सुरक्षा में दिन-रात पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (पीएसओ) के साथ एस्कॉर्ट और हथियारबंद जवान मौजूद रहते हैं, जो मुख्यमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं होने देते।
आतिशी का मुख्यमंत्री बनने का सफर
आतिशी ने 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जिसके बाद उनकी सुरक्षा को लेकर यह अहम कदम उठाया गया। आतिशी का राजनीतिक करियर शिक्षा सुधारों के लिए जाना जाता है और उन्होंने दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री के तौर पर बेहतरीन काम किया है। आतिशी को मुख्यमंत्री पद पर लाने का फैसला अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा के बाद लिया गया था।
17 सितंबर को विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से आतिशी को दिल्ली का नया नेता चुना गया था। इसके बाद 21 सितंबर को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन के अलावा सुल्तानपुर माजरा से विधायक मुकेश कुमार अहवालत ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद आतिशी ने दिल्ली की जनता को संबोधित किया और अगले चुनाव में अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री चुनने की अपील की। उन्होंने कहा, “अगर अरविंद केजरीवाल नहीं चुने गए तो दिल्ली के लोगों को मुफ्त बिजली और पानी जैसी सुविधाएं मिलना बंद हो सकती हैं। दिल्ली के विकास और लोगों के कल्याण के लिए अरविंद केजरीवाल ने जो कदम उठाए हैं, वे अभूतपूर्व हैं।” अरविंद केजरीवाल को अपना राजनीतिक गुरु बताते हुए आतिशी ने कहा, “उन्होंने मुझे यह बड़ा अवसर दिया, जिसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करती हूं। उनकी नीति और नेतृत्व की वजह से ही मैं यहां तक पहुंची हूं।” ### राजनीतिक भविष्य और चुनौतियां
मुख्यमंत्री बनने के बाद आतिशी के सामने कई अहम चुनौतियां होंगी, जिनमें प्रमुख हैं दिल्ली की प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना और लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना। शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली-पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को और मजबूत करने की बड़ी जिम्मेदारी उन पर है।
मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी का कार्यकाल इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि यह दिल्ली की राजनीति का नया अध्याय है, जहां अरविंद केजरीवाल के बाद कोई और इस पद पर काबिज हो रहा है। आने वाले चुनावों में जनता की नजर आतिशी की कार्यशैली और निर्णय लेने की क्षमता पर रहेगी।
आतिशी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वह अरविंद केजरीवाल द्वारा स्थापित नीतियों को जारी रखते हुए दिल्ली के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।
Web Title : Atishi gets ‘Z’ category security, 22 security personnel will surround the Chief Minister of New Delhi