Amroha News: अमरोहा जिले के रहरा में सोमवार को एक ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में समाजसेवी और पूर्व सांसद प्रकाशवीर शास्त्री की जयंती पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस अवसर पर कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रमुख अतिथि के रूप में शिरकत की और जिले का नाम बदलकर “प्रकाशवीर शास्त्री नगर” रखने की मांग की।
प्रकाशवीर शास्त्री: समाज और राष्ट्र के नायक
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प्रकाशवीर शास्त्री केवल एक नेता नहीं थे, बल्कि समाज और देश के प्रति उनकी सेवाएं अनुकरणीय थीं। उन्होंने हमेशा आम लोगों के अधिकारों की रक्षा की और कभी भी सच बोलने में संकोच नहीं किया। उनके योगदान को याद करते हुए आचार्य प्रमोद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें भारत रत्न देने की मांग करने की घोषणा की।
इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जिले का नाम बदलकर प्रकाशवीर शास्त्री नगर करने की अपील की जाएगी।
कार्यक्रम में वैदिक मंत्रोच्चार और प्रतिमा अनावरण
रहरा स्थित प्रकाशवीर शास्त्री इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में वैदिक मंत्रों के साथ उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया। पंडित अखिलेश शास्त्री ने प्रतिमा स्थापना की प्रक्रिया संपन्न करवाई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों और स्थानीय निवासियों ने भाग लिया।
विधायक और भाजपा नेताओं ने की प्रशंसा
इस मौके पर विधायक महेंद्र खड़गवंशी ने कहा कि प्रकाशवीर शास्त्री की स्मृति में एक भव्य प्रकाशवीर द्वार का निर्माण कराया गया है, और जल्द ही सार्वजनिक स्थान पर उनकी प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अवनीश त्यागी ने कहा कि प्रकाशवीर शास्त्री का सपना था कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया जाए। उन्होंने हमेशा आम आदमी की समस्याओं को उठाने और समाधान करने का प्रयास किया।
भाजपा के प्रदेश मंत्री बसंत त्यागी ने कहा कि शास्त्री जी ने हिंदी भाषा के लिए भी बड़ा योगदान दिया। उन्होंने महज 16 वर्ष की उम्र में हैदराबाद में हिंदी के समर्थन में आंदोलन किया और अपनी आवाज बुलंद की।
तीन बार निर्दलीय सांसद का चुनाव जीता
प्रकाशवीर शास्त्री ने अपने राजनीतिक जीवन में तीन बार निर्दलीय सांसद का चुनाव जीतकर यह साबित किया कि जनता उन्हें कितना प्यार और सम्मान देती थी। उनकी छवि एक सच्चे नेता और समाजसेवी की रही, जिन्होंने कभी भी राजनीति के नाम पर समझौता नहीं किया।
कार्यक्रम में मौजूद गणमान्य
इस ऐतिहासिक अवसर पर कई महत्वपूर्ण हस्तियां उपस्थित रहीं, जिनमें वैंकटेश्वरा यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर राजीव त्यागी, शुगर त्रिवेणी के उपाध्यक्ष आमोद कुमार शर्मा, पूर्व मंत्री राकेश त्यागी, भोले सिंह त्यागी, प्रमोद त्यागी, आमोद त्यागी, ब्रह्मदत्त त्यागी, हरिराज त्यागी, और कई अन्य लोग शामिल थे।
जनता की मांग: अमरोहा का नाम बदला जाए
स्थानीय निवासियों का मानना है कि अमरोहा का नाम बदलकर प्रकाशवीर शास्त्री नगर रखना उनकी सेवा और योगदान को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने हिंदी भाषा, आम जनता और समाज के उत्थान के लिए जो काम किए, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
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